प्रारंभिक गर्भावस्था में व्यायाम को लचीलापन, ताकत और धीरज प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जो सभी आपकी असुविधाओं को दूर करने में मदद करेंगे। इस तरह के व्यायाम में श्रोणिय मोड़(Pelvic Tilt), पलथी का आसन(Squats), योगासन (Yoga), पैर उठाना (Leg Lift), तेज चलना (Brisk Walk), तैराकी (Swimming) या प्रसव-पूर्व एरोबिक्स क्लासेस (Prenatal Aerobics) शामिल हो सकते हैं।
उन व्यायामों से बचें जो आपके निचले पेट पर और गर्भाशय के स्नायुबंधन पर तनाव डालते हैं। व्यायाम से बचें जिसमें कूद और शेख़ी (Jumping & Bouncing) शामिल है। 5-10 मिनट की हल्की शुरुआती कसरत आपकी मांसपेशियों को श्रम के लिए तैयार करने में मदद करती है। और व्यायाम के अंत में आपको हलकी शुरूआती कसरत फिर से करने से बहुत फाईदेमंद होगा।
निर्जलित, गर्मी, घबराहट और चक्कर आना, किसी भी योनि स्राव का अनुभव, रक्तस्राव, या पेट या श्रोणि दर्द है तो आपको बिलकुल व्यायाम नहीं करनी चाहिए।